बाबा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के पंचआयतन स्वरूप देवालय की प्राण-प्रतिष्ठित माँ अन्नपूर्णा को खंडित करके विदेशी संग्रहालय मे रख्खी खंडित माँ अन्नपूर्णा की प्रतिमा का प्रतिष्ठा कराना धार्मिक व्यवस्था के खिलाफ हैं। आज सनातन धर्मावलंबियों के कथित ठेकेदारों में किसी को कोई चिंता नहीं है। सबसे अधिक दुःख उन धर्माधिकारियों से है जो संभवतः […]Read More
“”माना की मेरा घर जमींदोज करने में तुम सफल हो गए ! हमारा मन्तव्य बीच में ही लड़खड़ा गया ! तुम्हारे जुल्मों के खिलाफ मैं अकेला हूं, मगर फैसला अभी कुरूक्षेत्र के मैदान में होगा ! देखते हैं मरता कौन है….!!”” &Read More
“विकास आज की आवश्यकता है, लेकिन विकास के नाम पर हिंदुत्ववादियों की सरकार में जिस तरह से काशी के धार्मिक और पौराणिक मान्यताओं वाले देवालयों और भवनों को नष्ट किया गया वो हिन्दुत्व के सैद्धांतिक मूल्यों के सामने विपरीत रहा है।” ————————————————————— जिस शहर का सांसद देश का प्रधानमंत्री और प्रदेश का मुख्यमंत्री स्वयं सन्यासी […]Read More
एक वक्त था जब भारत की सांस्कृतिक विरासत के सामने दुनिया की शायद ही कोई सांस्कृतिक विरासत ठहर सकती थी। मगर इस देश को बाहरी आक्रमणकारियों की नजर ऐसी लगी कि धीरे-धीरे इसकी धार्मिक, सांस्कृतिक समृद्धि उनकी लूट-खसोट, उनके द्वारा फैलाये गये धार्मिक उन्माद और नफरत आदि की भेंट चढ़ती चली गई। नतीजा ये हुआ […]Read More